Positive thinking stories top powerful in Hindi

Welcome Friends,
         Yougle  में आपका हार्दिक स्वागत है। मेरा नाम है जयपाल। में आज आपको एक कहानी सुनाने जा रहा हूं वो आपके जीवन को पलट कर रख देगी।लेकिन  आप इस कहानी को पूरी पढ़ना।

         ये कहानी है अफ्रीका में रहने वाला एक किसान की है। उस किसान का नाम टोनी था। वो अपनी जिंदगी से खुश और संतुष्ट था। वो खुश था इसलिए संतुष्ट था और संतुष्ट था इसलिए वो खुश था। अपने जीवन में ये दोनों का बड़ा महत्व है।
        एक दिन एक अकलमंद आदमी उसके पास आया। उसने टोनी से कहा अगर तुम्हारे पास इस अंगूठी जितना हीरा हो तो तुम पूरा शहर खरीद सकते हो और अगर तुम्हारे पास एक मुठे जितना बड़ा हीरा हो तो शायद तुम अपने लिए एक पूरा देश खरीद सकते हो। वो अकलमंद आदमी यह बात कह कर चला गया।
        उस रात टोनी सो नहीं सका। वो असंतुष्ठ हो चुका था। इसलिए उसकी खुशी भी खत्म हो चुकी थी। दूसरे दिन सुबह होते ही टोनी ने अपने खेतों को बेचने और परिवार की देखभाल  इंतजाम किया और वो हीरे खोजने  लिए रवाना हो गया।

        वो हीरे की खोज में पूरे अफ्रीका खंड में गुमता रहा प्र उसे हीरे नहीं मिले। उसने पूरे यूरोप में भी ढूंढा लेकिन उसने हीरे को वहा भी नहीं पाया। स्पेन पहुंचते पहुंचते वो मानसिक, शारीरिक,और आर्थिक तौर पर बहुत ही कमजोर हो चुका था। वो उतना मायूस हो चुका था कि उसने बार्सेलोना नदीमें कूदकर आत्महत्या कर ली।
       इधर जिस आदमी ने टोनी के खेत खरीदे थे वे एक दिन उं खेतों के पास बहनेवाले पानी के नालेमे अपने उंटो को पानी पिला रहा था। तभी सुबह के वक़्त वे सूरज के किरणे नाले के किनारे पर पड़े पत्थर पर पड़ी और वो इन्द्रधनुष की तरह जगमगा उठा। ये देखकर उसके मनमे ख्याल आया कि ये पत्थर उसकी बैठक रूम में अच्छा दिखेगा। उसने उसे उठाकर अपनी बैठक रूम में सजा दिया।
       उसी दिन टोनी को हीरे के बारे मैं बतनेवाला आदमी इस नए मालिक के पास आया। उसने उस जगमगाते हुए पत्थर को देखकर पूछा कि, " क्या टोनी लौट आया?"
       नए मालिक ने जवाब दिया कि, नहीं। लेकिन आपने ये सवाल क्यों पूछा?.
      अकलमंद आदमी जवाब दिया, ' क्योंकि ये हीरा है। में उन्हें देखते ही पहचान जाता हूं'.

      नए मालिक ने कहा: नहीं  तो महज एक पत्थर है। मेंने उसे नाले  पास  उठाया है। आइए में आपको दिखता हूं। वहा पर ऐसे बहुत सारे पत्थर पड़े हुए हैं।
       उन्होंने वहा से नमूने के तौर पर बहुत सारे पत्थर उठाए ।और जांच के लिए भेज दिया। वे पत्थर हीरे ही साबित हुए। उन्होंने जांच में पाया कि उस खेत में दूर दूर तक जमीन  तले हीरे ही दबे हुए है।

      इस कहानी से हमें शीख मिलती है," जब तक हमारा नजरिया सही होता है तो हमें महसूस होता है कि हम हीरो से भरी जमी पर चल रहे है। मौके हमेशा हमारे पांव तले दबे हुए होते हैं। हमें उनकी तलाश के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है। हमें केवल उन्हें पहचान लेना है।"

       दूसरी शिख़ है कि जीनहे मौके की पहचान नहीं होती उन्हें मौके को खटखटाना शोर लगता है।

       और मित्रो इस कहानी एक ओर शीख़  है जो में आशा रखता हूं कि आप लोग मुझे देंगे कमेंट करके या फिर मेरे ईमेल पर कर सकते हैं।

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